मऊ:- घाघरा नदी का जलस्तर बढ़ने से आई बाढ़ से हजारों ग्रामीणों को काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा हैं। कईयों के घर टूट चुके हैं। वहीं पशुओं के चारे की भी किल्लत हैं। ऐसे में जिला प्रशासन द्वारा लोगों को हरसंभव मदद पहुंचाई जा रहीं हैं। जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि जिले में अभी तक कुल 31 बाढ़ प्रभावित चौकिया खोली गई हैं, जो 24 घंटे सक्रिय रहती हैं। वहीं मधुबन क्षेत्र में 13 बाढ़ राहत शिविर स्थापित किए गए हैं जिसमें अब तक 904 व्यक्तियों को रखा गया है। यहीं नहीं बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 114 नावें भी लगाई गई है। उन्होंने बताया कि, बाढ़ से अभी तक 38639 लोग प्रभावित है। वहीं 3732.925 हेक्टेयर क्षेत्रफल जमीन भी पानी की जद में आ चुकी हैं।
जिलाधिकारी ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अबतक कच्ची राहत सामग्री 5316 पैकेट, 6050 लंच पैकेट का वितरण कराया गया है।
मधुबन क्षेत्र में नाव पलटने से मृत 7 व्यक्तियों (बच्चों) को मुख्यमंत्री जी के निर्देश पर प्रत्येक को 4 लाख रुपये की सहायता राशि भी प्रदान की गई है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में 360 पशुओं का उपचार किया गया है एवं 1329 पशुओं का टीकाकरण किया गया है। जिलाधिकारी ने बताया कि दो गांव पूरी तरह से पानी से घिरे है। वहीं आंशिक रूप से 52 गांव प्रभावित है।


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