वर्तमान में कोरोना वायरस (कोविड-19) ने सभी सामाजिक , राजनैतिक, आर्थिक, संस्कृतिक, शैक्षिक पहलुओं को व्यापक रूप से प्रभावित किया है । हाल ही में , विश्वविद्यालय अनुसंधान आयोग (यूजीसी) द्वारा एक सर्कुलर जारी किया गया है, जिसके माध्यम से कोरोना वायरस के मद्देनजर यूजीसी ने विश्वविद्यालय और कॉलेजों को वृहद स्तर पर निशुल्क ऑनलाइन कोर्स मैसिव ओपन ऑनलाइन कोर्स (एम ओ ओ सी )का उपयोग करने को कहा है । ऑनलाइन कोर्स के पाठ्यक्रम की सूची "स्वयं पोर्टल" पर जुलाई 2020 के सेमेस्टर हेतु अपलोड कर दी गई है । साथ ही, इन कोर्स में छात्रों और शिक्षकों के साथ साथ जीवन पर्यंत सीखने के इच्छुक लोग ,वरिष्ठ नागरिक एवं गृहणिया भी नामांकन करा सकती हैं ।
" स्वयं पोर्टल " भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एचआरडी )और अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) द्वारा माइक्रोसॉफ्ट के सहायता से तैयार किया गया एक ऑनलाइन शिक्षा प्लेटफार्म है। इस प्लेटफार्म में कक्षा 9 से परास्नातक तक के छात्र अपनी आवश्यकतानुसार कोर्स खरीद सकते हैं। यह प्लेटफार्म छात्रों के लिए मुफ्त है ।
ऑनलाइन शिक्षा के जहां शिक्षा का समाज के संवेदनशील वर्ग तक शुलभता से पहुंच, सामाजिक सशक्तिकरण, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, यातायात, कक्षा संबंधी अवसंरचना और यूनिफॉर्म में बचत जैसे लाभ हैं, वहीं छात्रों की पूर्ण भागीदारी का नहीं होना, क्षमताओं का कमतर उपयोग, रचनात्मकता की कमी जैसे कुछ चुनौतियां भी हैं ।
इस प्रकार के प्लेटफार्म केवल लॉकडाउन जैसे परिस्थितियों में कक्षा के पूरक के रूप में कार्य कर सकते हैं। इस बदलते वैश्विक परिदृश्य में हर रोज नई संभावनाओं का निर्माण हो रहा है इसलिए महामारी के इस अप्रत्याशित संकट के दौरान छात्रों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के साथ किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जाना चाहिए ।।
प्रशांत चतुर्वेदी
दिल्ली
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