मऊ::- कोरोना संक्रमण के कारण देश में लागू किए गए लॉकडाउन के बाद से बुनकरों की हालत खराब हैं। वे किसी तरह से अपना गुजर-बसर कर रहें हैं। लेकिन ऐसे अवस्था में भी सरकार द्वारा उन्हें बिजली बिल के नाम पर शोषित किया जा रहा हैं। उक्त बातें समाजवादी पार्टी के कार्यकारिणी सदस्य तथा पूर्व जिलाध्यक्ष अल्ताफ अंसारी ने कहीं। उन्होंने सोमवार को जिलाधिकारी की उपस्थिति में मुख्यमंत्री को संबोधित पत्रक मजिस्ट्रेट जेएन सचान को सौंपा। श्री अंसारी ने पत्रक के माध्यम से मुख्यमंत्री से फ्लैट रेट बिजली बिल को वापस बहाल करने की मांग की।
उन्होंने कहा कि, मऊ शहर में साड़ियों के निर्माण को देखते हुए पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने मैनचेस्टर ऑफ हैंडलूम की उपाधि दी थी। लेकिन इसके बाद भी बुनकरों की हालत अत्यंत दयनीय थी। जिसके देखते हुए उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री मुलायम सिंह यादव ने 2006 में बुनकरों के लिए फ्लैट रेट बिजली की व्यवस्था की थी। लेकिन योगी सरकार ने दिसम्बर 2019 में यह व्यवस्था समाप्त कर दी।
श्री अंसारी ने आगे कहा, चूंकि लॉकडाउन के चलते साड़ी का कारोबार ठप पड़ चुका हैं। ऐसे में बुनकरों को वापस फ्लैट रेट पर बिजली की व्यवस्था कराना अनिवार्य हैं। अन्यथा जिले का यह कारोबार पूरी तरह बंद हो जाएगा।
इस अवसर पर हाजी इरफान, एकबाल अहमद, अनीस अहमद, इम्तियाज अहमद, अश्फाक अहमद आदि मौजूद रहे।
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