पुलिस ने अंशुल दीक्षित को आत्मसमर्पण करने के लिए कहा, लेकिन उसने पुलिस पर गोलीबारी की, जिसके बाद ओपन फायर में दीक्षित मारा गया. घटना के दौरान जेल के अंदर कई राउंड फायर किए गए. अंशुल ने मुकीम काला को मारने के लिए देसी हथियार का इस्तेमाल किया था
चित्रकूट के एसपी अंकित मित्तल ने कहा कि जेल के अंदर हथियार कैसे पहुंचा, इसका पता लगाने के लिए जांच कराई जाएगी. उन्होंने कहा कि सभी बैरक की तलाशी ली जा रही है.
बता दें कि यह दूसरी बार है जब किसी गैंगस्टर ने जेल के अंदर दूसरे गैंगस्टर की हत्या की है. इससे पहले, जुलाई 2018 में गैंगस्टर मुन्ना बजरंगी को एक अन्य कैदी सुनील राठी ने बागपत जेल के अंदर गोली मार दी थी.
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