शनिवार को प्रथम पाली में हाईस्कूल के छात्रों की सामाजिक विज्ञान की परीक्षा चल रही थी। इस दौरान जब कक्ष निरीक्षक ने परीक्षा दे रहे एक-एक परीक्षार्थी के चेहरे का उपलब्ध दस्तावेजों से मिलान शुरू किया तो अलग-अलग कमरों से विशाल कुमार के स्थान पर परीक्षा दे रहे सौरभ राय तथा अनमोल सिंह के स्थान पर परीक्षा दे रहे पवन यादव को चिन्हित कर लिया गया। भनक मिलते ही मौके पर स्टेटिक मजिस्ट्रेट भूषण यादव एवं केंद्र व्यवस्थापक अनिल सिंह भी कमरे में धमक गए। दोनों का फर्जीवाड़ा प्रमाणित होते ही केंद्र व्यवस्थापक ने दोनों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। केंद्र व्यवस्थापक की तहरीर पर पुलिस ने दोनों के विरुद्ध संबंधित धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर चालान न्यायालय कर दिया।
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