अपनी अर्जी में मुख्तार अंसारी के पुत्र ने कहा है कि पिता मुख्तार अंसारी से जेल में स्थित पीसीओ और टेलीफोन से बात होती है। बातचीत के दौरान पिता ने बताया है कि जेल के बैरक में वहां के डीएम और एसपी सहित एसओजी टीम के सदस्य हथियारों से लैस होकर घूसना चाह रहे थे, लेकिन जेल प्रशासन ने उन्हें रोक दिया। बावजूद जबरदस्ती बैरक में घुस गए।
उमर अंसारी ने अर्जी में कहा कि बांदा जेल में बंद पिता मुख्तार अंसारी की जान को खतरा है। उन्हें खाने में जहर देकर मार दिया जा सकता है। उमर ने बांदा जेल में सुरक्षा व्यवस्था एवं अन्य सुविधाओं के लिए आदेश पारित करने की प्रार्थना की है। कोर्ट ने इस बाबत अर्जी का अवलोकन करते हुए आदेश को सुरक्षित रख लिया।
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