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बर्डफ्लू बीमारी से बचाव हेतु आम जनसामान्य बरतें सावधानियाँ-जिलाधिकारी

बर्डफ्लू बीमारी से बचाव हेतु आम जनसामान्य बरतें सावधानियाँ-जिलाधिकारी
जनसामान्य के लिये मुख्य पशु चिकित्साधिकारी कार्यालय में कन्ट्रोल रूम स्थापित

मऊ: एवियन इन्फ्लुएन्जा (बर्डफ्लु) के रोकथाम/नियंत्रण हेतु  बैठक जिलाधिकारी अमित सिंह बंसल की अध्यक्षता में जिलाधिकारी कैम्प कार्यालय में सम्पन्न हुई।
उक्त अवसर पर जिलाधिकारी ने एवियन इन्फ्लुएन्जा (बर्डफ्लू) रोग के बारे में बताया कि यह पक्षियों में होनें वाला विषाणु जनिक संक्रमण रोग है। जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को पक्षियों के रेंडम सैंपल लेने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने सभी ई0ओ0 नगर पालिका को आबादी से सुअरों को बाहर करने के निर्देश दिए तथा जो पोल्ट्री फार्म आबादी से सटे है उन्हें भी हटाने के निर्देश दिए उक्त अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि यह रोग प्रवासियों पक्षियों में ज्यादा पाए जाने की आशंका है इसलिए कोई भी व्यक्ति प्रवासी पक्षियों को न खाएं क्योंकि उसको मारना ही अपराध है। उक्त अवसर पर जिलाधिकारी ने डॉक्टरों को वेबीनार से प्रशिक्षित करने के भी निर्देश दिए। जिलाधिकारी द्वारा उपरोक्त निर्देश के क्रम में मुख्य पशुचिकित्साधिकारी को निर्देशित किया गया है कि जनपद में एवियन इन्फ्लुएन्जा (बर्डफ्लू) रोग के बारे में जनसामान्य को अवगत करायें कि यह रोग सामान्यतः यह पक्षियों को ही संक्रमित करता है। इसके अतिरिक्त विपरीत परिस्थितियों में स्पीसीज बैरियर को क्रास कर यह मनुष्य को भी संक्रमित कर सकता है। पक्षियों में रोग के प्रसार के बारे में बताया गया कि संक्रमित पक्षियों की आँख, श्वास नलिका तथा बीट के सम्पर्क में आने से पक्षियों व मनुष्यों में फैलता है। पक्षियों में मुख्य लक्षण के बारे में बताया गया कि पक्षी को ज्वर आना, फैटल कलगी व पैरो का बैगनी हो जाना, पक्षियों के गर्दन तथा आँखों के निचले हिस्से में सूजन, हरे व लाल रंग की बीट बताया गया। 
          उन्होंने बताया कि कि एवियन इन्फ्लुएन्जा(बर्डफ्लू) बीमारी से बचाव हेतु आवश्यक सावधानियों बरतने के सम्बन्ध में जनसामान्य को जागरूक करने के निर्देश पशुचिकित्साधिकारियों को दिये। उन्होंने बताया कि जनपद एवं तहसील स्तर पर रैपिड रिपांसे टीम/टास्कफोर्स गठित करते हुए समिति को निर्देशित किया है कि पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्यूपमेन्ट व एण्डी वायरल दवाइयों का इस्तेमाल कर पक्षियों की कलिंग, टीकाकरण, पर्यवेक्षण, विसंक्रमण का कार्य सम्पादित करने का निर्देश दिया गया। इसके अतिरिक्त मुख्य पशुचिकित्साधिकारी स्तर से समस्त पशुचिकित्साधिकारियों को जनपद में संचालित पोल्ट्री फार्मो का निरीक्षण करने एवं फार्म मालिकों को बायोसिक्योरिटी उपाय अपनाने के निर्देश दिये गये हैं। 
          जिलाधिकारी द्वारा एहतियातन जनसामान्य की सुविधा के लिये जनपद स्तरीय कंट्रोल रूम की स्थापना डॉक्टर आर0पी0 सिंह, उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी सदर मऊ नोडल अधिकारी के निगरानी में की जाती है। जिसका मोबाइल नंबर 941581 8414 है
 उन्होंने जनसामान्य/मुर्गी पालकों से अपील की है कि अफवाहों पर ध्यान न दिया जाय। यदि जनपद में कहीं भी पक्षियों/मुर्गियों की अधिक संख्या में अचानक मुत्यु होती है, तो उपरोक्त दूरभाष नम्बर पर जानकारी देकर सहयोग करें।
 उक्त अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी, अपर जिलाधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, पशु चिकित्सा अधिकारी, जिला सूचना अधिकारी उपस्थित रहे।

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