प्रबल इच्छा शक्ति व शीघ्र पहचान से संभव है कैंसर का निदान
.... *डॉ अरविंद श्रीवास्तव होम्योपैथिक विशेषज्ञ*
विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर आजशिवम होम्योपैथिक हॉस्पिटल अमृतसर सेंटर गाजीपुर तिराहा मऊ में रामकुमार गिरजा देवी मेमोरियल ट्रस्ट के सौजन्य से कैंसर जागरूकता गोष्ठी का आयोजन किया गया। कैंसर विषय पर बोलते हुए वरिष्ठ होमपेथिक चिकित्सक डॉ अरविंद श्रीवास्तव ने बताया कि वैश्विक स्तर पर कैंसर महामारी का रूप लेता जा रहा है। अमेरिका व चाइना के बाद भारत मैं सर्वाधिक लोग कैंसर से पीड़ित हैं। कैंसर से मौत के मामले में तो भारत नंबर वन पर है ऐसे में कैंसर का जितना जल्द पता लगे उतना ही जान बचने की संभावना बढ़ जाती है। तंबाकू धूम्रपान व शराब का सेवन, अनियमित खानपान, भोजन में पोषक तत्वों की कमी, अस्त-व्यस्त जीवन चर्या, अत्यधिक तनाव, आराम तलबी, मोटापा, तेजी से बढ़ता प्रदूषण, खाद्य सामग्री में मिलावट खोरी, खेती में अत्यधिक उर्वरकों का इस्तेमाल, किसी भी तरह का इरिटेशन (मानसिक या शारीरिक चिड़चिड़ापन) एवं अनुवांशिकी कैंसर के प्रमुख कारण।
शरीर के किसी भी हिस्से में गांठ बनना, पुराना फोड़ा जख्म घाव, लाल काले तिल धब्बे, अच्छे खान-पान के बावजूद तेजी से सेहत गिरना, खून की बार-बार अत्यधिक कमी, लंबे दिनों से बुखार, बार-बार गले में खराश, घोटने में तकलीफ, शरीर के किसी भी अंग में जलन के साथ तेज दर्द, बार-बार तेज सिर दर्द, पेशाब में खून आना, पैखाना काले रंग का होना, स्तन में गांठ दर्द छोटा- बड़ा होना, बच्चियों महिलाओं में गाढ़ा पीला व खूनी लिकोरिया बदबूदार पानी गिरना लंबे दिनों से जलन दर्द के साथ खूनी बवासीर इतिहास कैंसर के प्रमुख लक्षण हैं। कैंसर किसी भी अंग में हो सकता है स्किन, मुंह, जीभ, गला, भोजन नली, भोजन की थैली, आंत, अग्नाश्य, बच्चेदानी, स्तन कैंसर, पैखाना के रास्ते का कैंसर, लीवर कैंसर, ब्लड कैंसर प्रमुख है।
खून की जांच सी बी सी, सी आर पी, सी डी 4 , ट्यूमर मार्कर टेस्ट, एक्स रे, अल्ट्रासाउंड, सी टी स्कैन, एम आर आई जांच से समय रहते इसका पता लगाया जा सकता है। अंग्रेजी दवा में आप्रेशन रेडियोथेरेपी कीमोथेरेपी जैसा महंगा इलाज है जिसमें 5 से 15 लाख रूपए लगाने के बावजूद जान बचेगी कि नही कुछ कहा नही जा सकता। मगर मारता क्या नही करता। हा मगर शीघ्र पहचान हो जाय तो ठीक होने की काफ़ी संभावना है। शुरूआती दौर में जीरो से लेकर फर्स्ट व सेकेंड स्टेज का कैंसर होम्योपैथिक दवा से ठीक हो सकता है। डॉक्टर श्रीवास्तव ने कहा कि दवा से सदैव बेहतर होता है बचाव इसलिए हमें बचाव पर विशेष ध्यान देना चाहिए। क्योंकि इसका इलाज़ बेहद महंगा है और उससे भी ज्यादा जान को बहुत खतरा है। जिला अस्पताल मऊ की प्रभारी महिला होम्योपैथिक चिकित्साधिकारी डॉ नम्रता श्रीवास्तव ने महिलाओं एवं बच्चियों में होने वाले कैंसर के बारे में विस्तार से बताया और पौष्टिक भोजन, नियमित व्यायाम, उपरोक्त लक्षणों के प्रति सचेत रहने की सलाह दी। साथ ही धूम्रपान व सराब के सेवन से बचें और हर स्थिति में होम्योपैथिक इलाज़ बेहतर है।
इस अवसर पर दूर दराज से दर्जनों महिलाएं पुरुष उपस्थित थे और 7 मरीजों की निःशुल्क जांच व परामर्श दिया गया। सौरभ नेहा हरिनारायण का सराहनीय योगदान रहा।
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