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एक दो नहीं 47 भाषाएं बोल सकती हैं 'शालू'

एक दो नहीं 47 भाषाएं बोल सकती हैं 'शालू'
महाराष्ट्र के टीचर ने बनाया अनोखा रोबोट

नई दिल्ली: साइंस और टेक्नोलॉजी लगातार हो रहे नए-नए खोज और प्रयोगों के चलते एक से बढ़कर एक गैजेट्स सामने आ रहे हैं. टेक्नोलॉजी के बढ़ते क़दमों के चलते ही आजकल कई क्षेत्रों में रोबोट्स (Robots) का इस्तेमाल भी बढ़ता जा रहा है. इंजीनियर और साइंटिस्ट लगातार ऐसे एडवांस रोबोट बना रहे हैं जो किसी भी सूरत में इंसान से कम नहीं लगते. ऐसे ही महाराष्ट्र के एक टीचर ने 47 भाषाओं में बात करने वाला रोबोट तैयार किया है.

आईआईटी बॉम्बे कैंपस में स्थित केंद्रीय विद्यालय के साइंस टीचर ने एक ऐसा रोबोट तैयार किया है, जो 47 भाषाओं में बात कर सकता है. इंसानों की तरह दिखने वाले इस रोबोट को ‘शालू’ नाम दिया गया है. इसे बनाने वाले दिनेश पाटिल ने बताया यह हिन्दी, इंग्लिश, मराठी, भोजपुरी, जर्मन और फ्रेंच समेत 47 देसी-विदेशी भाषाओं में बात कर सकता है.

दिनेश पटेल ने बताया कि इसे बनाने में 3 साल का समय लगा है. यह ह्यूमनॉइड पूरी तरह से मेड इन इंडिया है और इसमें लगे सभी उपकरण लोकल मार्केट से खरीदे गए हैं. शालू लोगों को पहचान सकती है और उनके नाम भी याद रख सकती है. ये रोबोट जनरल सवालों के जवाब भी दे सकती है. शालू रोबोट को बनाने वाले शिक्षक दिनेश पटेल ने बताया कि अभी तो यह प्रोटोटाइप के रूप में है. वे जल्द ही इसके वर्जन-2 को बनाना शुरू करेंगे. पटेल इसे स्कूल में ले जाना चाहते हैं ताकि बच्चे पढ़ भी सकें और उनका एंटरटेनमेंट हो सके.

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