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थैलेसीमिया पीड़ितों की मदद के लिए विधायक विजय राजभर ने बढ़ाए हाथ

थैलेसीमिया पीड़ितों की मदद के लिए विधायक विजय राजभर ने बढ़ाए हाथ
●  थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों को आधे दाम पर ब्लड उपलब्ध कराएगा शारदा नारायण हॉस्पिटल
●  विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं ने किया रक्तदान
●नोडल चिकित्सक की नियुक्ति करते हुए कम्पोनेंट रक्त बैंक के लिए शासन को भेजा पत्र "बोले सीएमओ"

*मऊ:*  थैलेसीमिया रोग से पीड़ित दर्जनों बच्चों के परिजनों ने जनपद में पीड़ितों के इलाज के प्रति समुचित सहयोग के लिए बुधवार को घोसी विधायक विजय राजभर से मिलकर मदद की गुहार लगाई। विधायक विजय राजभर द्वारा तत्काल शासन स्तर से वार्ता स्थापित कर जनपद में कम्पोनेंट ब्लड बैंक की स्थापना के साथ ही तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया।
गौरतलब हो कि मऊ में ऐसे दर्जनों बच्चे थैलेसीमिया रोग से पीड़ित हैं, जिन्हें हर 15 दिन पर उनके वजन के हिसाब से एक या दो यूनिट रक्त की जरूरत पड़ती है। वह ब्लड "पीआरबीसी" के रूप में चाहिए। यदि उन्हें सामान्य ब्लड चढ़ा दिया जाए तो शरीर में आयरन की अधिकता होने से और गंभीर बीमारियों से ग्रसित हो सकते हैं। ऐसे में जिला अस्पताल में कम्पोनेंट ब्लड बैंक की स्थापना नहीं होने से इन दो दर्जन से अधिक बच्चों और उनके अभिभावकों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। बुधवार को मऊ थैलेसीमिया वेलफेयर एसोसिएशन प्रतिनिधिमंडल दल घोसी विधायक विजय राजभर से मिला।
 प्रतिनिधिमंडल दल में सचिव रवि ख़ुशवानी ने थैलेसीमिया रोग से पीड़ित बच्चों व उनके अभिभावकों की प्रमुख समस्या पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि पूर्व में एसजीपीजीआई लखनऊ से निशुल्क रक्त व दवा की व्यवस्था हो जाती थी। लेकिन लॉकडाउन लगने के बाद से पीजीआई से यह सेवा मिलनी बंद हो गई। जनपद के लगभग 40 से अधिक पीड़ित परिवारों द्वारा अपनी व्यवस्था से रक्त व दवा की उपलब्धता कराना काफी दुरु साबित हो रहा है। जिस पर विधायक विजय ने गंभीरता पूर्वक विचार करते हुए तत्काल  मुख्य चिकित्सा अधिकारी से पीड़ितों के इलाज के बावत सुविधाओं की जानकारी लेते हुए बात कर शासन स्तर से समस्या निदान की बात कही। सीएमओ शतीस चंद सिंह ने बताया कि थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों की मदद के लिए नोडल चिकित्सक की नियुक्ति कर दी गई है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस रोग से जूझने के लिए लड़ने वाली दवाइयों की व्यवस्था के साथ ही स्वास्थ्य विभाग से जिला अस्पताल मऊ में कम्पोनेंट रक्त बैंक स्थापना के बावत  शासन को पत्र भेज दिए जाने की बात कही। उन्होंने रोग की भयावहता को समझते हुए कहाकि इस रोग में सबसे बड़ी समस्या पर्याप्त मात्रा में रक्त उपलब्धता की होती है। ऐसे में जन जागरण अभियान के तहत रक्त की उपलब्धता भी सुनिश्चित होनी चाहिए। उन्होंने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि इस लड़ाई में स्वास्थ्य विभाग मऊ सदैव उनके साथ रहेगा।
प्रतिनिधि मंडल दल में श्रीराम जायसवाल, अजहर कमाल फैजी, प्रतीक जायसवाल, ख़ालिद मुस्तफ़ा इत्यादि मौजूद रहे।

स्वयंसेवी संस्था ने थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों के लिए किया रक्तदान
मऊ। थैलेसीमिया रोग से पीड़ित एक बच्ची की तबीयत बहुत खराब होने पर उसे तत्काल उसे 4 यूनिट ब्लड की आवश्यकता थी। जिसकी सूचना किसी माध्यम से प्राप्त होते ही समाजसेवी संस्था "गूंज एक गुहार" की निदेशक पूजा राय के नेतृत्व में 8 यूनिट रक्तदान किया गया। जिसमें जायसवाल युवा समाज जिलाध्यक्ष प्रतीक जायसवाल सहित कई लोगों ने रक्तदान किया। इस सम्बंध में पूजा राय ने बताया कि शारदा नारायण अस्पताल में मुफ्त रक्तदान शिविर लगाकर यह प्रण करने का फैसला किया कि जब तक बन पाएगा अधिक से अधिक लोगों को जोड़कर इन बच्चों की मदद करूंगी।


थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों को आधे दाम पर ब्लड उपलब्ध कराएगा शारदा नारायण हॉस्पिटल
मऊ। नगर के कंपोनेंट ब्लड बैंक सुविधा युक्त शारदा नारायण हॉस्पिटल के निदेशक डॉक्टर संजय सिंह ने बताया कि थैलेसीमिया रोग से पीड़ित बच्चों की मदद के लिए उनके ब्लड बैंक द्वारा आधे दाम पर पीड़ितों को रक्त देने सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों की समस्याओं को देखते हुए उनकी हॉस्पिटल द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि इस रोग से पीड़ित बच्चों को निर्धारित मूल्य से आधे दाम पर रक्त उपलब्ध कराया जाएगा जिससे उनकी मदद हो सके।
इस सम्बंध में विशेष जानकारी देते हुए डॉ सुजीत सिंह ने बताया कि आमतौर पर जन्म से ही बच्चे को अपनी गिरफ्त में ले लेता है। इसके दो प्रकार हैं माइनस और मेजर , जिन बच्चों में माइनर थैलेसीमिया होता है वे लगभग स्वस्थ जीवन जी लेते हैं। जबकि जिन बच्चों में मेजर थैलेसीमिया होता है उन्हें लगभग हर 15 से 20 दिन बाद एक यूनिट खून चढ़ाना पड़ता है।

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