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Doharighat Mau:- लगातार बढ़ रहा है सरयू का जलस्तर, तटवर्ती इलाकों में खतरा बरकरार

मधुबन/दोहरीघाट (मऊ) : नेपाल से पानी छोड़े जाने के बाद दोहरीघाट एवं मधुबन क्षेत्र के हाहानाला पर सरयू नदी लगातार खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। नदी में आई बाढ़ से जहां देवारा क्षेत्र के दर्जनों गांव पानी से घिरे हुए हैं, वहीं दोहरीघाट कस्बे में बाढ़ का पानी लगभग 20 मीटर अंदर तक घुस आया है। इसके चलते कस्बे की कई नालियां जाम हो गई हैं। प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम ने शनिवार को हाहानाला रेग्युलेटर एवं दुबारी बंधे से सटे बाढ़ प्रभावित कई गांवों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया और मदद एवं राहत कार्य तेज करने का निर्देश दिया।
दोहरीघाट के गौरीशंकर घाट पर नदी का जलस्तर शनिवार को 70.50 मीटर रिकार्ड किया गया जो खतरा बिदु से 60 सेंटीमीटर ऊपर है। वहीं, औराडाड़ में जलस्तर 71.60 मीटर रिकार्ड किया गया जो खतरा बिदु से 20 सेंटीमीटर ऊपर है। मुक्तिधाम एवं वृद्ध आश्रम पर लहरों का दबाव बना हुआ है। इससे पांच मीटर के करीब गिराए गए बोल्डर नीचे चले गए हैं। सूरजपुर से सुग्गीचौरी तक सिचाई विभाग के बंधे की मरम्मत न करने से बंधा क्षतिग्रस्त हो गया है। इसके चलते बाढ़ का पानी गांव के चारों तरफ फैला हुआ है। नवली, नई बाजार, रामपुर, बहादुरपुर, पतनई, सरिया, गोदानी, बीबीपुर, सडासों, जमीरा, बेलौली, बड़की बारी आदि गांवों के चारों ओर पानी है और फसलें डूबी हुई हैं। इस बीच दर्जनों संपर्क मार्ग पानी में डूब गए हैं। उधर, मधुबन क्षेत्र में हाहानाला पर पिछले 24 घंटे में मात्र दो सेंटीमीटर नदी का पानी बढ़ा है। शनिवार शाम चार हाहानाला रेग्युलेटर पर जलस्तर 66.72 मीटर था जो खतरा बिदु से 41 सेंटमीटर ऊपर है। देवारा में बसे बिदटोलिया, टांड़ी, बैरीकंठा, धूस, खैरा देवारा, हरिलाल का पूरा, मनमन का पूरा जैसे दर्जनों गांव बाढ़ से घिरे हैं। इसी बीच शनिवार को आयोजित तहसील दिवस पर पहुंचे प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम ने हाहानाला रेग्युलेटर, दुबारी बंधे एवं बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। संपर्क मार्ग डूबे होने की जानकारी होने पर उन्होंने एसडीएम मधुबन को फौरन पर्याप्त संख्या में नावों की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। दोहरीघाट : नगर पंचायत की ओर से निर्मित पशु आश्रय केंद्र पानी में डूब गया है। अधिशासी अधिकारी ऋचा सिंह ने केंद्र के सभी पशुओं को नगर पंचायत कार्यालय के आश्रय स्थल में रखवाया है। उधर, कस्बे के भगवान पुरा, मल्लाह टोला व दलित बस्ती में नदी का पानी घुस आया है और नालियां जाम हो गई हैं। संक्रामक बीमारियां फैलने का खतरा बढ़ गया है। बाढ़ का पानी और गंदा पानी मेलाराम क्षेत्र में सड़कों पर फैल रहा है। महेंद्र निषाद, राजेंद्र सोनकर, कौशल्या देवी, प्रेम गुप्ता आद ने नगर प्रशासन से बाढ़ प्रभावित मोहल्लों में छिड़काव की मांग की है।

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